
आज़मगढ़ : उत्तर प्रदेश शासन में पूर्व मंत्री रहे वह वर्तमान में राज्यसभा सांसद शिव प्रताप शुक्ला ने दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलनों पर सवाल खड़ा करते हुए तमाम आरोप लगाए। इसे विपक्षियों की राजनीति व कुंठा का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के नाम पर मंडियों के आढती अपने समर्थकों के साथ फाइव स्टार सुविधा के साथ आंदोलन चला रहे हैं जबकि केंद्र सरकार किसानों के हित में तमाम कार्य कर रही है लेकिन उस पर कभी एक बार भी धन्यवाद नहीं कहा। हालांकि आंदोलन के दौरान 33 लोगों की मौत के सवाल पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। पूर्व मंत्री ने कहा कि दिल्ली में जो आंदोलन चल रहा है उसमें केवल पंजाब हरियाणा और राजस्थान के लोग शामिल हैं। पूरे देश में लाखों किसान हैं लेकिन कहीं कोई आंदोलन नहीं है। दिल्ली में आंदोलन केवल कॉन्ग्रेस, टुकड़े टुकड़े गैंग और योगेंद्र यादव जैसे लोगों के द्वारा प्रायोजित कराया जा रहा है। यह लोग कभी किसानों के हित में नहीं सोच सकते हैं। जबकि केंद्र सरकार स्वामीनाथन आयोग समेत तमाम सिफारिशों को लागू कराने में जुटी है जो किसानों के हित में है। खुद कांग्रेस की पूर्व सरकारों में भी इस तरह के बिल की अनुशंसा की गई थी लेकिन आज राजनीति के नाम पर वह इसका विरोध कर रहे हैं। लेकिन यह इसमें सफल नहीं होंगे। अंबानी, अडानी का नाम बार-बार उछालने का आरोप लगाते हुए कहा कि इन लोगों के व्यापार का कभी कोई किसानों से सीधा संपर्क या संबंध नहीं रहा है लेकिन इसके बाद भी केवल बदनाम करने के लिए बार-बार नाम लेकर उछाला जा रहा है। वार्ता के नाम पर आंदोलनकारी अड़ियल रुख अपनाएं हैं कि तीनों बिलों को वापस ले लिया जाए और वह कभी बैठक के दौरान पीठ कर सामने करके तो कभी कोई हरकत करके अपना रुख दिखा रहे हैं। इससे स्पष्ट है कि उनकी एक ही जिद है कि बिल वापस लिया जाए जबकि सरकार एमएसपी की गारंटी दे रही है और भी को उचित मांगे हैं उनको मान रही है। पूर्व मंत्री ने कहा कि 1 दिन पूर्व पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह की जयंती पर किसान दिवस पर किसानों के सम्मान में तमाम कार्यक्रम आयोजित हुए और 1 दिन बाद अटल जी की जयंती पर एक क्लिक पर अट्ठारह हजार करोड़ रुपए जिसमें प्रति किसानों के खाते में दो दो हजार भेजे जाएंगे लेकिन किसी आंदोलन कारी ने इस पर कुछ नहीं कहा। यूरिया खाद सरकार उपलब्ध करा रही है। नीम कोटेड यूरिया से किसानों को कितना फायदा हुआ है इस पर भी कोई नहीं बोल रहा है। केवल एक ही बात है कि सरकार का विरोध करना है और यह पहले भी कई अन्य कारण खोज कर इस तरह की हरकत करते रहें हैं। पूर्व मंत्री ने कहा कि प्रदेश में पिछले विधानसभा चुनाव में जहां जहां बीजेपी चुनाव हारी है उसकी समीक्षा करके उनके कारण का पता लगाकर उसको दूर किया जाएगा। यहां पर स्थानीय संगठन में कार्यकर्ताओं में असंतोष व गुटबाजी पर उनका कहना था कि वह अभी आए हैं ज्यादा जानकारी नहीं है। ऐसा नहीं होना चाहिए अगर ऐसा है तो उसे पता लगाकर समस्या को दूर करने का प्रयास किया जाएगा। इसी क्रम में सगड़ी अजमतगढ़ क्षेत्र में बैठक करेंगे। वही ग्राम पंचायत चुनाव में बीजेपी के लड़ने को लेकर कहा कि जिस प्रकार से जम्मू कश्मीर में गुपकार एलायंस को बीजेपी ने कड़ी टक्कर दी है और सबसे बड़ी पार्टी के रूप में बीजेपी वहां पर उभरी है। कुछ उसी प्रकार की रणनीति ग्राम पंचायत चुनाव में भी अपनाई जाएगी जिसका खुलासा बाद में किया जाएगा।